recent

Slide show

[people][slideshow]

Ad Code

Responsive Advertisement

JSON Variables

Total Pageviews

Blog Archive

Search This Blog

Fashion

3/Fashion/grid-small

Text Widget

Bonjour & Welcome

Tags

Contact Form






Contact Form

Name

Email *

Message *

Followers

Ticker

6/recent/ticker-posts

Slider

5/random/slider

Labels Cloud

Translate

Lorem Ipsum is simply dummy text of the printing and typesetting industry. Lorem Ipsum has been the industry's.

Pages

कर्मकाण्ड

Popular Posts

माँ दुर्गा

माँ दुर्गा

भागवत पुराण के अनुसार माँ जगदम्‍बा का अवतरण श्रेष्‍ठ पुरूषो की रक्षा के लिए हुआ है। जबकि श्रीमद् देवीभागवत के अनुसार वेदों और पुराणों कि रक्षा के और दुष्‍टों के दलन के लिए माँ जगदंबा का अवतरण हुआ है। इसी तरह से ऋग्वेद के अनुसार माँ दुर्गा ही आदि-शक्ति है, उन्‍ही से सारे विश्‍व का संचालन होता है और उनके अलावा और कोई अविनाशी नही है। दुर्गा को आदि शक्ति, प्रधान प्रकृति, गुणवती योगमाया, बुद्धितत्व की जननी तथा विकार रहित बताया गया है। वह अंधकार व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली तथा कल्याणकारी हैं। उनके बारे में मान्यता है कि वे शान्ति, समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करतीं हैं। दुर्गा मां हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं जिन्हें देवी, शक्ति और जग्दम्बा और आदि नामों से भी जाना जाता हैं । शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं जिनकी तुलना परम ब्रह्म से की जाती है।

दुर्गा का निरूपण सिंह पर सवार एक देवी के रूप में की जाती है। दुर्गा देवी आठ भुजाओं से युक्त हैं जिन सभी में कोई न कोई शस्त्रास्त्र होते है। उन्होने महिषासुर नामक असुर का वध किया। माता का दुर्गा देवी नाम दुर्गम नाम के महान दैत्य का वध करने के कारण पड़ा। माता ने शताक्षी स्वरूप धारण किया और उसके बाद शाकंभरी देवी के नाम से विख्यात हुई शाकंभरी देवी ने ही दुर्गमासुर का वध किया। जिसके कारण वे समस्त ब्रह्मांड में दुर्गा देवी के नाम से भी विख्यात हो गई। देवी दुर्गा के स्वयं कई रूप हैं (सावित्री, लक्ष्मी एव पार्वती से अलग)। मुख्य रूप उनका "गौरी" है, अर्थात शान्तमय, सुन्दर और गोरा रूप। उनका सबसे भयानक रूप "काली" है, अर्थात काला रूप।

माँ दुर्गा

माँ दुर्गा

तन्त्रोक्त देवीसूक्तम्   

नवरात्रि  व्रत था

नवदुर्गा- शैलपुत्री 

नवदुर्गा- ब्रह्मचारिणी

नवदुर्गा- चंद्रघंटा

नवदुर्गा – कुष्मांडा

नवदुर्गा स्कन्दमाता

नवदुर्गा – कात्यायनी

नवदुर्गा कालरात्रि

नवदुर्गा महागौरी

नवदुर्गा सिद्धिदात्री

सिद्धकुञ्जिकास्तोत्रम् 

सप्तश्लोकी दुर्गा 

माँ दुर्गा के 32 नाम स्तोत्र

श्रीदेव्यथर्वशीर्षम्

दुर्गाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् 

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् 

देवीसूक्तम्

श्रीभगवती स्तोत्रम् 

श्रीदुर्गा चालीसा

श्री देव्याः कवचम्

दुर्गा पूजन  विधि

दुर्गा  सप्तशती संपूर्ण पाठ 

बीज मंत्रात्मक दुर्गासप्तशती 

निकुंभला  क्रम दुर्गा सप्तशती

महा-तन्त्रीक्रम दुर्गा सप्तशती

महा-चण्डीक्रम दुर्गा सप्तशती

मृत-सञ्जीवनीक्रम दुर्गा सप्तशती 

मंत्रप्रतिलोम दुर्गासप्तशती

नवदुर्गा  प्रश्नावली  चक्र 

दीपदुर्गा कवचम्

कीलक स्तोत्र 

अर्गलास्तोत्र

ब्रह्माण्डविजय दुर्गा कवचम्  

ब्रह्माण्डमोहनाख्यं दुर्गाकवचम्  

विष्णुकृत देवी स्तोत्र

दुर्गम संकटनाशन स्तोत्र 

दुर्गाभुवन वर्णन

दुर्गा जी के १६ नाम

दुर्गा कवच

जयदुर्गा स्तोत्र

दुर्गास्तोत्र शिवकृत

श्रीदुर्गा स्तवन अर्जुनकृत 

त्रिप्रकार स्तुति

चामुण्डा स्तोत्र

दुर्गा तंत्र

दुर्गा स्तोत्र

दुर्गा शतनाम स्तोत्रम्

दुर्गा कवचम्

दुर्गा कवच 

कात्यायनी स्तुति  

दुर्गा स्तुति

भवान्यष्टक

देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम्

देव्या आरात्रिकम्

दुर्गा शतनाम स्तोत्र 

दुर्गा कवच (मुण्डमालातन्त्रांर्तगत)

शूलिनी दुर्गा

शूलिनी दुर्गा सुमुखीकरण स्तोत्र

पार्वती मंगल 

श्रीदुर्गामानस पूजा

अपराजिता स्तोत्र

पार्वतीस्तोत्र

No comments:

vehicles

[cars][stack]

business

[business][grids]

health

[health][btop]