व्रत- कथा-त्यौहार
वर्षभर अलग-अलग प्रदेशों में अनेकों
व्रत, त्यौहार होती है और उनकी कथाए भी भिन्न-भिन्न होती है तथा इन्हें मनाने की
विधि भी अलग होती है इन्ही आवश्यकताओं को देखते हुए यहाँ व्रत- कथा-त्यौहार दिया
जा रहा है-
गणेशजीको दूर्वा प्रिय व तुलसी निषिद्ध
शुक्रवार (संतोषीमाता) व्रत कथा
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