कालसर्प दोष शांति मुहूर्त

कालसर्प दोष शांति मुहूर्त

प्रतिवर्ष कालसर्प दोष शांति के विशिष्ट मुहूर्त 'पंचाग’ में विशेष रूप से दिये रहते हैं।

कालसर्प दोष शांति मुहूर्त

कालसर्प दोष शांति मुहूर्त 

सात वारों में शनि, रवि, मंगल को छोड़कर सभी वार कालसर्प निवृति हेतु शुभ माने गये हैं। इनमें बुधवार सबसे श्रेष्ठ माना गया है क्योंकि राहू दोष  'बुधोहन्यात्' सूत्र के अनुसार बुधवार इस कार्य हेतु उत्तम माना गया है।

तिथियों में पड़वा, पंचमी, सप्तमी, नवमी, पूर्णिमा एवं अमावस्या इस कार्य हेतु शुभ मानी गई हैं। भद्रा, वैधृत, क्षयतिथि, वृद्धितिथि, अधिक मास,क्षयमास त्याज्य है।

नक्षत्रों में धनिष्ठा युक्त द्विपुष्कर योग त्याज्य है। पंचक, त्रिपाद नक्षत्र वर्जित है। परन्तु 1. अश्विनी, 2. आर्द्रा, 3. स्वाती, 4. आश्लेषा, 5. पुष्य, 6. मघा, 7. मूल, 8. ज्येष्ठा, 9. शतभिषा, 10. अश्विनी नक्षत्र विशेष रूप से ग्राह्य है।

सूर्य, चन्द्र-ग्रहण में इस योग की निवृति होती हैं।

जिस दिन गोचर में वापस 'कालसर्पयोग' बनता हो। राहु जिस नक्षत्र में हो, वह दिन श्रेष्ठ है। नवरात्रि श्रेष्ठ है। आश्लेषा युक्त नवमी सर्वश्रेष्ठ है। बुधवारी अमावस्या आश्लेषा युक्त हो तो सर्वश्रेष्ठ है।

अमावस्या को आश्लेषा, शतभिषा आर्द्रा, स्वाति या उपर्युक्त नक्षत्र हो, तो उत्तम, नागपंचमी हो तो सर्वश्रेष्ठ।

शुक्लपक्ष में चन्द्रबल एवं कृष्णपक्ष में ताराबल अवश्य देखना चाहिए। यजमान के घात चन्द्रमा पर जरूर विचार करें।

सामान्यत: कालसर्प दोष शांति हेतु लगभग प्रतिमाह मुहूर्त बनते हैं किन्तु श्रावण मास, नागपंचमी व श्राद्ध पक्ष कालसर्प दोष की शांति हेतु सर्वोत्तम होते हैं।

विशिष्ट निर्देश

घर में मंगल कार्य होने के बाद एक वर्ष तक नागबलि, कालसर्पयोग शांति न करे। पत्नी गर्भवती हो तो पांच माह तक यह कार्य कर सकते हैं,उसके बाद नहीं ।

इसके अतिरिक्त घर में यदि बहुत सारे उपद्रव हो रह हो, सामूहिक संकल्प हो, अचानक तीर्थप्रसंग हो, स्वास्थ्य ठीक न हो, अशुभ स्वप्न दिख हो, मृत्यु का भय हो, अशुभ की आशंका हो तो ऐसे में मुहूर्त करने की आवश्यकता नहीं है।

कालसर्प दोष शांति मुहूर्त २०२१

                             कालसर्प दोष शांति पूजा मुहूर्त 2021

जनवरी

2, 4, 6, 8, 10, 11, 13, 14, 16, 18, 20, 22, 23, 25, 26, 27

फरवरी

1, 4, 6, 7, 9, 10, 11, 13, 15, 16, 20, 21, 24, 25, 27, 28

मार्च

1, 3, 4, 6, 8, 10, 11, 13, 15, 17, 18, 20, 22, 24, 26, 29, 31

अप्रेल

2, 5, 7, 9, 10, 11, 12

मई

2, 3, 7, 8, 9, 10, 16, 17, 23, 24, 25, 30, 31

जून

5, 6, 7, 11, 13, 14, 17, 20, 21, 24, 28, 29

जुलाई

4, 5, 8, 11, 12, 14, 18, 19, 22, 25, 26, 30

अगस्त

1, 2, 4, 5, 8, 9, 11, 13, 15, 16, 19, 22, 23, 25, 29, 30

सितंबर

1, 2, 5, 6, 9, 12, 13, 16, 19, 20, 22, 26, 27, 29

अक्टुबर  

3, 4, 6, 10, 11, 14, 17, 18, 20, 24, 25, 29, 30

नवंबर

1, 3, 7, 8, 10, 14, 15, 18, 21, 22, 24, 27, 28, 29

दिसंबर

1, 3, 5, 6, 9, 11, 12, 13, 19, 20, 24, 26, 27, 30, 31

                 

 कालसर्प दोष शांति मुहूर्त  

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